बॉक्स ऑफिस पर लंबे समय तक टिकी रहीं प्रभास की फिल्म 'कल्कि 2898 एडीये


Kalki movie 2898, Best Bollywood News in India

आइये जानते प्रभास की फिल्म कल्कि के बारे में जो अभी तक सिनेमाघरों में लगी हुए हे

परफॉर्मेंस की बात करें तो अमिताभ बच्चन और कमल हसन ने इस फिल्म में कमाल का काम किया हे. 

अश्वत्थामा के रूप में अमिताभ बच्चन ने कमाल किया है और आप भी जरूर उनकी तारीफ करेंगे। कमल का स्क्रीन टाइम भले ही कम था, लेकिन वह जब भी स्क्रीन पर आते हैं रोंगटे खड़े हो जाते हैं। प्रभास कुछ सीन में काफी मजेदार थे। दीपिका की परफॉर्मेंस भी काफी शानदार है। कल्कि 2898 एडी भले ही फ्लॉलेस ना हो, लेकिन यह इतनी साहसी और दिलचस्प फिल्म कि इसे स्क्रीन पर देखा जा सकता है। नाग ने अपना ह्यूमन इमोशनल शानदार तरीके से दिखाया और यह फिल्म इसी चीज पर चली है।

फिल्म की स्टोरी के बारे में जानते हैं. 

कल्कि 2898 एडी फिल्म का इंतजार काफी समय से किया जा रहा था और अब फिल्म रिलीज हो गई है। नाग अश्विन द्वारा डायरेक्टेड फिल्म में आपको वो सब मिलेगा जिसकी आप उम्मीद कर रहे थे। भैरव (प्रभास) और उसका एआई ड्रॉइड साइडकिक बीयू-जेजेड-1 उर्फ बुज्जी (कीर्ति सुरेश), पॉइंट्स कमाते हैं ताकी काशी में अच्छी लाइफ जी पाएं। अब क्या है कि इस फिल्म में साल 2898 एडी की स्टोरी दिखाई है जहां गरीब और अमीर लोग अलग-अलग रहते हैं। हालांकि इन गुलाम में से कुछ क्रांतिकारी हैं जो अपने सिचुएशन के लिए लड़ते हैं। जहां गरीब लोग रहते हैं उनका शहर है शंबाला। इन लोगों का दुश्मन कली है। अब पता चलता है कि भगवान का जन्म होने वाला है और उस बच्चे को कली मारना चाहता है। इसके बाद क्या होगा आपको उसे जानने के लिए फिल्म देखनी होगी।

केसा हे फिल्म कल्कि का रिव्यू

फिल्म का विजुअल काफी शानदार है जो आपको 3 घंटे तक बांधे रखेगा बस यही कन्फर्म करने के लिए जो आपको पहले से पता होगा। यही अच्छी और बुरी चीज है। वहीं नाग अश्विन के गट्स की बात है जो अपनी तीसरी फिल्म में ऐसा कुछ कर रहे हैं। वह आपको उस दुनिया में खो जाने और विश्वास करने पर मजबूर हो जाते हैं कि फ्यूचर में महिलाओं को अपने शरीर को लेकर कोई फ्रीडम नहीं होगी और पुरुषों को सिर्फ कैपिटैलिस्टिक प्रॉफिट के ही बारे में सिर्फ केयर करेंगे। एक ऐसी दुनिया जहां आर्थिक असमानता और बदतर हो गई है।

कुरुक्षेत्र वाले सीन अपने हिसाब से उतना कमाल नहीं दिखा पाते हैं क्योंकि वो आपको पजल पीस को फिट करने में मदद करता है जिससे पता चलता है कि 6000 साल बाद क्या होता है। पहले पार्ट आपको एक्साइटेड करता है सब जानने के लिए, वहीं दूसरा हाफ कहानी को गति देने के लिए और आगे की किश्तों के लिए और अधिक तैयारी करने में मदद करता है। फिल्म के फाइट सीन खासकर जिसमें वीएफएक्स का इस्तेमाल हुआ है वो अजीब लगते हैं। हालांकि जो अश्वत्थामा के फाइट सीन हैं वो काफी अच्छे लगे।


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