
Mr. and Mrs. Mahi Film Story: फिल्म में दिखाया गया है कि एक लड़के ने जीवन में केवल हार का सामना किया है। वहाँ क्रिकेट, जिसे वह सबसे ज्यादा प्यार करता था, भी हार जाता है। सधारणतः एक पिता, एक मां, एक बहन या भाई को अपने सपने किसी दूसरे के साथ पूरा करते हुए आपने देखा होगा। इस चलचित्र में एक पति अपने स्वप्न को अपनी पत्नी के माध्यम से पूरा करता है, कहानी का क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से कोई संबंध नहीं है परंतु कहानी दिल को छू जाती है।
फिल्म की कहानी जयपुर, राजस्थान में लगाई गई है, हारे हुए बेटे को बिजनेसमैन बाप लड़की वालों के सामने पेश करता है, जैसा कि उसके पिता को लगता है। महिमा और महेंदर की शादी अरेंज मैरिज सेटअप में होती है। महेंदर की जिद है कि वह डॉक्टर महिमा को क्रिकेटर महिमा बनाने में लग जाए। महेंदर की पागलपन उस दीवार तक पहुँचने की होती है जहाँ उसके पिताजी ने सभी प्रमुख क्रिकेटरों के साथ अपनी तस्वीरें लगाई थीं और यही पागलपन उसके और उसकी पत्नी महिमा के बीच का रिश्ता खराब कर देती है। यहाँ महिमा का स्वयं को विदा करने का कठिन संघर्ष है, एक ओर वह डॉक्टर के पद से इरादा छोड़ देना चाहती है, जबकि दूसरी ओर क्रिकेटर बनने की दबाव उसपर बढ़ता है। क्या क्रिकेटर महिमा अब बन सकती है, क्या उसके पति के सर पर मशहूर होने की इच्छा होती है, इन सभी जवाबों के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
फिल्म में सभी अभिनेताओं की दमदार एक्टिंग के बावजूद, थोड़ी धीमी लगती है, क्योंकि वे बीच-बीच में हाथ फोन स्क्रॉल करने लगते हैं। फिल्म के बारे में एक माहौल बनाया गया था कि फिल्म में महेंद्र सिंह धोनी के साथ कुछ न कुछ जुड़ा होगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। फिल्म को लेकर कैप्टन कूल से कोई जुड़ाव नहीं है, सिवाए धोनी की एक तस्वीर के। इस फिल्म में क्रिकेट का होना जरुरी नहीं था, किसी भी कला या खेल को इसकी जगह मिल सकती थी जैसे संगीत, नृत्य आदि, लेकिन फिल्म के निर्माता क्रिकेट के प्रशंसक थे इसलिए क्रिकेट को फिल्म में विशेष महत्व दिया गया है। फिल्म की प्लॉट अच्छी है, यह फील गुड वाली फिल्म है, एक नए दृष्टिकोण से फिल्म को सिनेमा हॉल में जाकर देखना अच्छा विकल्प हो सकता है।
फिल्म में जाह्नवी कपूर, राजकुमार राव, जरीना वहाब, कुमुद मिश्रा, राजेश शर्मा, अर्जित तनेजा, धीरेंद्र गौतम उन सभी कलाकारों की एक्टिंग शानदार है जो इस फिल्म में हैं। राजकुमार राव एक बेबस बेटा है, जो एक नाकामयाब क्रिकेटर के रूप में पहचाना जाता है। उनके चरित्र में उन्हें प्रसिद्ध होने की खातिर एक तीव्राभाव दिखाई देती है, जिसका परिणामस्वरूप जाह्नवी कपूर के साथ उनकी शानदार केमिस्ट्री नजर आती है। जब आप फिल्म देखेंगे, आपको यकीन हो जाएगा कि ये दोनों वास्तव में पति-पत्नी हैं। सारे रोमांटिक या भावनात्मक सीन्स में वे उस मैरिड कपल के रूप में लगते हैं जो एक-दूसरे का साथ देते हैं।
जाह्नवी कपूर बवाल के बाद एक बार फिर एक बीवी के कारकिर्दार में नजर आई हैं, उस साधारण परिवार की सीधी सी लड़की जिन्होंने शौक को परिवार वालों की खातिर दबा दिया। जिन्होंने भूल गई थी कि डॉक्टर नहीं उसे कुछ और बनना था, वे ही अब भी गर्व से ऊंची हैं. जाह्नवी की एक्टिंग हर फिल्म के बाद निखरती है, जैसे कि इस फिल्म में भी दिखाई देती है। उनके खेलने का तरीका दर्शाता है कि उन्होंने सच कहा था कि उन्होंने दो साल क्रिकेट की ट्रेनिंग ली है, साथ ही कुमुद मिश्रा अपने सख्त पिता के रोल को निभाते हैं, जो अपने बेटे का सफल होना चाहते हैं। जरीना वहाब तीन सीन्स में दिखती हैं और खास डायलॉग नहीं होते, लेकिन फिल्म को मोड़ कर रख देती हैं।
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